Indira Rasoi Yojana Rajasthan | इंदिरा रसोई योजना राजस्थान के लाभ

वर्तमान समय में भारत एक विकासशील देश है, किंतु आज भी देश के विभिन्न क्षेत्रों में कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां पर कुछ निम्न आय वर्ग के लोग पर्याप्त रूप से खाने भर के लिए भी कमाई नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोगों को दिन में दोनों टाइम भोजन उपलब्ध होना बड़ा ही मुश्किल होता है। आज के समय में प्रत्येक राज्य के कुछ ऐसे क्षेत्र होते हैं, जहां पर गरीबी तथा पिछड़े होने के कारण लोगों को दो वक्त का खाना नसीब नहीं होता है। ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की चैरिटेबल संस्थाओं द्वारा भोजन की व्यवस्था की जाती है, जहां पर लोग अपनी भूख मिटाने के लिए भोजन ग्रहण करते हैं।

इसी प्रकार राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा गरीबों को दोनों वक्त का भोजन देने का संकल्प “कोई भी भूखा नहीं सोए” के वचन द्वारा लिया गया है, जिससे उन्होंने राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में इंदिरा रसोई योजना राजस्थान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य लोगों को दो वक्त का खाना देना है, जिससे प्रदेश का कोई भी व्यक्ति भूखा ना सो सके।

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इंदिरा रसोई योजना राजस्थान 2023

इंदिरा रसोई योजना राजस्थान

इंदिरा रसोई योजना राजस्थान की शुरुआत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 20 अगस्त 2020 को राजस्थान के 213 नगरीय निकायों में 358 रसोइयों की शुरुआत करके की थी, जिसका उद्देश्य प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को भोजन मिलना चाहती है, तथा उन्होंने “कोई भी भूखा नहीं सोए” का संकल्प भी लिया जिसके तहत प्रदेश के गरीब नागरिकों को भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान सहित पेट भरकर भोजन कराया जाता है, जिसकी लागत लगभग ₹25 होती है, जिसमें से ₹8 संबंधित व्यक्ति से लिए जाते हैं, तथा ₹17 राज्य सरकार द्वारा वाहन किए जाते हैं, इस प्रकार मात्र ₹8 में राजस्थान सरकार द्वारा भूखे व्यक्तियों को भरपेट भोजन कराया जाता है।

Rajasthan Indira Rasoi Yojana का परिचय

Rajasthan Indira Rasoi Yojana का परिचय  राजस्थान इंदिरा रसोईयोजना 2023 की शुरुआत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा 20 अगस्त 2020 को की गई थी, जिसके माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने शपथ लिया कि “कोई भी भूखा नहीं सोए” जिसके लिए उन्होंने प्राथमिक स्तर पर अब राजस्थान के 213 नगर निकायों में 358 रसोइयों की शुरुआत की जिसे 2022-23 में बढ़ाकर 1000 रसोई करने का लक्ष्य है। राजस्थान इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत लगभग 250 करोड़ों रुपए का खर्च का बजट बनाया गया है, जिसमें लगभग 9.25 करोड़ भोजन थाली परोसी जाएंगे उनको गरीब जनता के पेट को पोषण प्रदान करेंगे, जिससे प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा।

इस योजना का नाम मुख्यमंत्री जी द्वारा देश की प्रथम व पूर्व महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के नाम पर राजस्थान इंदिरा रसोई योजना के नाम से दिया गया है, जिनका पूरा जीवन भूमि को तथा गरीबों के सेवा में समर्पित रहा है। 

इंदिरा रसोई योजना के मुख्य तथ्य

बजट घोषणा वर्ष 2022-23 में रसोईयों की संख्या 358 से बढ़ाकर 1000 की गई, जिन पर 250 करोड़ रुपये खर्च कर प्रतिवर्ष 9.25 करोड़ भोजन थाली परोसी जाकर जरुरतमन्दों को लाभान्वित किया जा सकेगा। इस योजना का नाम देश की महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी के नाम पर रखा गया है। इस योजना के मुख्य तथ्य निम्नलिखित हैं

योजना का नाम राजस्थान इंदिरा रसोई योजना 2023
किसके द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा
योजना का उद्देश्य राज्य के नागरिक को शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है
योजना के लाभ गरीब नागरिकों को भूखा नहीं रहना पड़ेगा
योजना के लाभार्थी राजस्थान के नागरिक
शुरू होने की तिथि 26 जून 2020
योजना का बजट 100 करोड रुपये प्रति वर्ष
आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन या ऑफलाइन
आधिकारिक वेबसाइट rajasthan.gov.in

 

राजस्थान इंदिरा रसोई योजना 2023 का बजट

राजस्थान इंदिरा रसोई योजना 2023 का बजट

20 जनवरी 2020 को जब माननीय अशोक गहलोत जी द्वारा राजस्थान इंदिरा आवास योजना की शुरुआत की गई उस समय मात्र 358 रसोइयों की शुरुआत की गई थी, जिसका लगभग खर्च 125 करोड़ों रुपए था, किंतु 2022-23 के बजट में इंदिरा रसोई की संख्या बढ़ाकर 1000 की गई है, तथा इसका बजट 250 करोड़ रुपए का रखा गया है, जिसमें लगभग 9.5 करोड भोजन थाली ओं की व्यवस्था की गई है। योजना के तहत अनुदान हेतु 50 प्रतिशत राशि नगर निकायों को देय राज्य वित्त आयोग अनुदान तथा शेष 50 प्रतिशत प्रथमतया मुख्यमंत्री सहायता कोष से या आवश्यकता होने पर अन्य मदों से की जाती है।

इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक रसोई को प्रारंभ करने के लिए ₹500000 एकमुश्त राशि दी जाती है, तथा प्रत्येक माह इसे संचालित करने के लिए ₹300000 प्रदान किए जाते हैं, तथा प्रदेश की जो रसोई सबसे अच्छा कार्य करती है, उसे राज्य स्तर पर जिला प्रभाग द्वारा 1500000 से अधिक रुपए का पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदान किया जाता है। 

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मात्र ₹8 में राजस्थान इंदिरा रसोई द्वारा भोजन की व्यवस्था

मात्र ₹8 में राजस्थान इंदिरा रसोई द्वारा भोजन की व्यवस्था

राजस्थान राज्य के जरूरतमंद लोगों को Rajasthan Universal Health Care Yojana की तरह राजस्थान इंदिरा रसोई योजना 2023 के माध्यम से प्रत्येक जरूरतमंद को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराया जाता है, जिसमें एक वक्त के भोजन के लिए लाभार्थी से ₹8 का भुगतान लिया जाता है, जिसमें लगभग ₹17 का खर्च सरकार द्वारा उठाना पड़ता है, क्योंकि एक व्यक्ति के भोजन थाली में लगभग ₹25 का खर्च आता है। इसके पहले भी राजस्थान सरकार द्वारा ₹12 का खर्च उठाया जाता था।

जब एक भोजन थाली का खर्च ₹20 होता था। सामान्य तौर पर दोपहर तथा रात के भोजन की व्यवस्था Rajasthan Indira Rasoi Yojana द्वारा मात्र ₹8 में की गई है, जिसमें भोजन की टाइमिंग सुबह के भोजन के लिए 8:00 से 1:00 बजे तक की है, तथा रात के भोजन के लिए 6:00 से 8:00 बजे तक की है। इस समय के मध्य कोई भी राजस्थान राज्य का व्यक्ति ₹8 का भुगतान करके भरपेट भोजन इंदिरा रसोई द्वारा ग्रहण कर सकता है। 

Indira Rasoi Yojana Rajasthan 2023 के भोजन की सूची

Indira Rasoi Yojana Rajasthan 2023 के भोजन की सूची

इंदिरा रसोई राजस्थान द्वारा लाभार्थियों को स्वस्थ तथा पोषण युक्त भोजन कराने का संकल्प लिया जाता है, जिसके लिए रसोई में प्रत्येक दिन मौसम के अनुसार ताजी सब्जियां तथा शरीर को पोषण प्रदान करने वाले दालो का प्रयोग किया जाता है। राजस्थान रसोई योजना के अंतर्गत भोजन में दैनिक रूप से प्रत्येक व्यक्ति को 100 ग्राम दाल, तथा 100 ग्राम सब्जी, उपलब्ध कराई जाती है, साथ ही साथ 250 ग्राम रोटी उपलब्ध कराई जाती है, जो एक सामान्य व्यक्ति को पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराती है। इस योजना के अंतर्गत दैनिक रूप से दाल की विभिन्न वैरायटी को शामिल किया जाता है। साथ ही साथ मौसम के अनुसार दैनिक रूप से अलग-अलग प्रकार की सब्जियां पकाई जाती है, जिससे लाभार्थियों को पोषण प्राप्त होता है, तथा लाभार्थी योजना का लाभ लेते हुए शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। 

राजस्थान इंदिरा रसोई प्रति थाली अनुदान में हुई वृद्धि जानें कारण 

राजस्थान इंदिरा रसोई द्वारा जिस भोजन को अभी तक मात्र ₹8 में उपलब्ध कराया जाता था, उसमें कुछ परिवर्तन किए गए हैं, जिसके कारण उपभोक्ता को बढ़ी हुई कीमत लगभग ₹13 में  इंदिरा आवास योजना द्वारा भोजन की थाली उपलब्ध कराई जाएगी, क्योंकि आधुनिक समय में महंगाई दर बहुत अधिक बढ़ गई है, जिसके कारण प्रत्येक खाद्य सामग्री महंगी हो गई है। यदि लाभार्थी को ₹13 में भोजन उपलब्ध कराया जाता है, तो उसे स्वास्थ्य तथा पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा सकता है, जिससे लाभार्थी को पोषण प्राप्त होगा तथा लाभार्थी स्वस्थ रहेगा अनुदान में  वृद्धि होने से खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता तथा पोषक तत्वों में वृद्धि की जाएगी, जिससे लाभार्थी स्वस्थ रहेंगे।

इंदिरा रसोई योजना की मुख्य विशेषताएं

इंदिरा रसोई योजना की मुख्य विशेषताएं

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा राजस्थान के भूखे तथा गरीब लोगों को जिनको दो वक्त की रोटी नहीं मिल पाती है, उनके लिए इंदिरा आवास योजना की शुरुआत की थी जिसको श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर जारी किया गया था, जिसके तहत लोगों को मात्र ₹8 में भोजन की व्यवस्था की जाती थी। इस योजना के अंतर्गत ₹8 में कोई भी भूखा व्यक्ति इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत पेट भर के भोजन कर सकता था। इस योजना की निम्नलिखित विशेषताएं हैं

योजना की मुख्य विशेषताएं

  • जरूरतमंदों को इंदिरा रसोई के माध्यम से मात्र ₹8 में स्वस्थ व पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है।
  • इंदिरा रसोई का संचालन राजस्थान सरकार द्वारा किया जाता है।
  • जिस व्यक्ति द्वारा इंदिरा रसोई का संचालन किया जाता है सरकार द्वारा उसे प्रति थाली के हिसाब से ₹17 की सब्सिडी प्रदान की जाती है तथा ₹8 वह उपभोक्ता से वसूल करता है।
  • भोजन करने की उचित व्यवस्था होती है तथा सम्मान पूर्वक बैठाकर भोजन कराया जाता है।
  • इस योजना के अंतर्गत 2022-23 में 1000 रसोइयों के लिए लगभग 260 करोड रुपए की व्यवस्था की गई है।
  • भोजन में 100 ग्राम दाल 100 ग्राम सब्जी तथा 250 ग्राम रोटी के साथ अचार की व्यवस्था की गई है।
  • राजस्थान सरकार ऑनलाइन सुविधा द्वारा इस योजना की निगरानी करती है तथा लाभार्थियों द्वारा फीडबैक प्राप्त करती है। 
  • इंदिरा आवास योजना राजस्थान के तहत भोजन की व्यवस्था शहर के प्रमुख स्थानों जैसे रेलवे स्टेशन बस स्टॉप अस्पताल आदि के आसपास की जाती है।
  • इस योजना के अंतर्गत सुबह का भोजन 8:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक तथा रात का भोजन 6:00 से 8:00 बजे तक उपलब्ध होता है।
  • इस योजना के तहत कोरोना महामारी के समय रसोई का संचालन आवश्यक रूप से कर दिया गया था। 
  • यदि कोई व्यक्ति इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत रसोई प्रारंभ करता है तो उसे ₹500000 एक मुफ्त तथा उसके संचालन के लिए ₹300000 उपलब्ध कराए जाते हैं।
  • इस योजना का उद्देश्य राजस्थान राज्य में लगभग है दैनिक रूप से 1.34 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराना है। 

राजस्थान इंदिरा रसोई योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

राजस्थान इंदिरा रसोई योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा इंदिरा रसोई योजना के तहत लोगों को ₹8 में  स्वस्थ तथा पोषण युक्त भोजन कराने का संकल्प लिया गया है, जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा वर्तमान वर्ष में लगभग 1000 रसोई संचालित करने की व्यवस्था की गई है, जिसके लिए लगभग 260 करोड़ रुपए का बजट निश्चित किया गया है, तथा मुख्यमंत्री ने प्रदेश के समरथ नागरिकों तथा व्यापारियों से अनुरोध किया है, कि वे इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत सहयोग प्रदान कर सकते हैं, जिससे कि गरीबों को भोजन कराया जा सके तथा जो व्यक्ति इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत गरीबों को भोजन कराने में मदद करेगा, उनका नाम इंदिरा रसोई योजना के पोर्टल में प्रकाशित किया जाएगा। राजस्थान इंदिरा रसोई को हमेशा संचालित रखने तथा गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। जो निम्नलिखित हैं

Rajasthan Indira Rasoi Yojana mukhy bindu 

  • इंदिरा रसोई योजना के संचालन को किसी भी एक व्यक्ति को नहीं सौंपा जाएगा इसे समाजसेवियों के माध्यम से संचालित किया जाएगा।
  • योजना में किसी प्रकार की धांधली तथा करप्शन ना हो सके इसके लिए सबसे पहले जिले का जिला कलेक्टर जिम्मेदार होगा। 
  • इंदिरा रसोई योजना को प्रत्येक जिले तथा निकाय में चल रहे किसी भी एनजीओ के साथ जोड़ने की व्यवस्था की जा रही है।
  • इस योजना के अंतर्गत स्थाई रूप से प्रत्येक व्यक्ति को आराम से बैठा कर खाना खिलाया जाएगा तथा वैन या किसी अस्थाई रसोई की व्यवस्था नहीं की जाएगी।
  • इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत जिलेवार रसोइयों का आवंटन किया जाएगा तथा प्रत्येक नगरपालिका में 2 रसोई तथा नगर परिषद क्षेत्र में 5 रसोई की व्यवस्था की जाएगी। 
  • इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत नगर निगम के अंतर्गत सबसे अधिक 8 रसोइयों की व्यवस्था की जाएगी। 
  • रसोई का संचालन सरकारी भवन या एनजीओ के आसपास किया जाएगा जिससे कि एक समय में कई लोग भोजन कर सके।
  • इंदिरा रसोई चेन्नई में चल रही योजना अम्मा की रसोई की तरह कार्य करें इसके लिए आईएएस तथा पीसीएस अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए चेन्नई भेजा गया है। 

इंदिरा रसोई योजना राजस्थान की गुणवत्ता तथा फीडबैक

इंदिरा रसोई योजना राजस्थान की गुणवत्ता तथा फीडबैक

दरअसल योजना के अंतर्गत सरकार ने सुविधा को गुणवत्तापूर्ण बनाए रखने के लिए जांच तथा फीडबैक सिस्टम बनाया हुआ है, जिसके तहत समय-समय पर सरकार ने नगर निकायों द्वारा भोजन की गुणवत्ता पर निगरानी रखने के लिए, हर महीने कम से कम 2 बार इंदिरा रसोइयों का निरीक्षण करके निरीक्षण रिपोर्ट मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन प्रेषित करने का भी प्रावधान किया है, तथा लाभार्थियों को मोबाइल का था ईमेल के माध्यम से फीडबैक देने के लिए आमंत्रित किया जाता है, तथा समय-समय पर इंदिरा रसोई योजना पोर्टल के अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करते हुए लोगों का डाटा एकत्रित किया जाता है, तथा उनसे कस्टमर केयर अधिकारी द्वारा फीडबैक प्राप्त किया जाता है। 

निष्कर्ष

राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही इंदिरा रसोई योजना राजस्थान के तहत प्रदेश के जरूरतमंद तथा आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को कम पैसे में भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके चलते सरकार द्वारा राजस्थान में लगभग 1000 रसोई की व्यवस्था की गई है, जिसमें लगभग दैनिक रूप से 1.37 लाख लोग खाना खाते हैं।

जिसमें खाने का कुछ पैसा उपभोक्ता से लिया जाता है, तथा शेष राशि सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। इंदिरा रसोई योजना राजस्थान 2023 का  उद्देश्य लगभग प्रदेश के 9.25 करोड जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराना है, जिसके लिए सरकार द्वारा लगभग 250 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है। इस योजना से राजस्थान राज्य के जरूरतमंद व पिछड़े तथा आर्थिक स्थिति के कमजोर वर्ग के लोगों को दो टाइम का भोजन उपलब्ध हो पा रहा है, इसके साथ ही साथ अन्य विभिन्न प्रकार के जरूरतमंद जो अपने घरों से दूर हो जाते हैं, उनको भी खाना उपलब्ध कराया जाता है। इंदिरा गांधी रसोई योजना राजस्थान की शुरुआत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रारंभ की गई थी। 

लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न

राजस्थान में इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत कब हुई?

प्रारंभिक स्तर पर राजस्थान में इंदिरा गांधी रसोई योजना की शुरुआत 20 अगस्त 2020 को पूर्व तथा प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य गरीबों को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराना है, जिससे राजस्थान में आर्थिक रूप से पिछड़े तथा गरीबों को भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

इंदिरा रसोई योजना में कितने रुपए में खाना मिलता है?

प्रारंभिक समय में जब इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की गई थी, तब मात्र ₹8 में जरूरतमंद व्यक्तियों को राजस्थान राज्य में भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जाती थी। किंतु महंगाई दर बढ़ने के साथ-साथ 2023 में इसे बढ़ाकर ₹13 कर दिया गया है, जिसमें लाभार्थी को स्वस्थ तथा पोषण युक्त भोजन प्राप्त होता है, जिससे लाभार्थी भोजन ग्रहण करने के पश्चात स्वस्थ व पोषण युक्त जीवन व्यतीत करता है।

इंदिरा रसोई योजना का पुराना नाम क्या है?

वर्तमान समय में राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही इंदिरा रसोई योजना का पुराना नाम राजस्थान इंदिरा रसोई योजना है, जिसके अंतर्गत दैनिक रूप से भूखे तथा जरूरतमंद लोगों को जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, तथा बेरोजगारी के कारण उनके पास भोजन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, ऐसे व्यक्तियों को भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

वर्तमान में राजस्थान में इंदिरा रसोई की संख्या कितनी है?

प्रारंभिक स्तर पर इंदिरा रसोई की संख्या 358 थी किंतु वर्तमान समय में इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत रसोई की संख्या बढ़ाकर 1000 की गई है, जिसके लिए सरकार द्वारा 260 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है, जिसके द्वारा जरूरतमंद लोगों को सब्सिडी पर भोजन सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

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