मनरेगा भारत सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली एक ऐसी योजना है। जिसके तहत श्रमिकों एवं मजदूरों को 100 दिन की जॉब गारंटी उपलब्ध कराती है। इस योजना में मजदूरों को 100 दिन के लिए सरकार द्वारा ग्रामीण अंचलों में ग्राम पंचायत के द्वारा कार्य उपलब्ध करवाया जाता है। जिसमें श्रमिकों को प्रतिदिन के हिसाब से दिहाड़ी दी जाती है। बहुत सारे मजदूर भाइयों को इस योजना की पूरी जानकारी ना होने के कारण बहुत ज्यादा परेशानी झेलना पड़ता है और बहुत सारे श्रमिक अपने दैनिक वेतन से भी वंचित रह जाते थे। इसी समस्या को देखते हुए आज हम ग्राम पंचायत मनरेगा की जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। जिनका उपयोग करके आप मनरेगा की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और इस योजना के तहत प्राप्त हो रहे हैं सभी लाभ को ले सकते हैं।
मनरेगा योजना की पूरी जानकारी
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम ( मनरेगा ) की शुरुआत भारत सरकार द्वारा 7 सितंबर 2005 को की गई थी। मनरेगा योजना ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित होने वाली योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे बेरोजगार वयस्कों को रोजगार की सुविधा उपलब्ध करवाना। इस योजना के तहत श्रमिकों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी जाती है। जिसके तहत उनको उनके क्षेत्र में ही 100 दिन के लिए रोजगार उपलब्ध करवाया जाता है। जिसमें भारत सरकार द्वारा ग्रामीण अंचलों में लागू हो रही सभी योजनाओं के माध्यम से भी कार्य करवाए जाता है। इस योजना के तहत श्रमिकों को ₹220 प्रतिदिन की मजदूरी मिलती है। जब यह योजना शुरुआत हुई थी तो इसका नाम राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम ( नरेगा ) ही था। लेकिन 2 अक्टूबर 2009 को इसका पुनः नामनीकरण करते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम कर दिया गया। इस योजना के तहत लागू होने वाले दिशा निर्देश निम्नलिखित हैं।
- इस योजना में केंद्र सरकार द्वारा मजदूरी की लागत,माल की लागत का तीन चौथाई और प्रशासनिक लागत का कुछ हिस्सा वहन किया जाता है।
- इस योजना में राज्य सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ता, माल की लागत का एक चौथाई और राज्य परिषद की प्रशासनिक लागत का कुछ हिस्सा वहन किया जाता है।
- इस योजना में राज्य सरकारों द्वारा श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए तरह तरह के प्रोत्साहन भी दिए जाते हैं।
- इस योजना में बेरोजगारी भत्ते की राशि को राज्य सरकार द्वारा ही तय किया जाता है।
मनरेगा योजना में आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना के तहत कोई भी पुरुष या महिला अपने ग्राम पंचायत में ही मनरेगा योजना के तहत काम के लिए या फिर बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन कर सकता है। जिसका सरकार द्वारा नियुक्त किए गए अपने प्रतिनिधि से पूरी तरह से सत्यापन करवाता है। उसके पश्चात ही इस योजना में आपका पंजीकरण हो पता है।इसके लिए आपको बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको अपने ग्राम प्रधान के पास से आवेदन करने की सुविधा मिल जाती है। जिसके लिए कुछ महत्वपूर्ण चरण का पालन करते हुए आप इस योजना के लिए आवेदन दे सकते हैं। तो आइए इस योजना में आवेदन करने के लिए मुख चरणों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
- सर्वप्रथम आपको ग्राम पंचायत कार्यालय में अपनी एक पासपोर्ट साइज फोटो, नाम, उम्र और पता के दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं।
- जब आप यह सभी जानकारी ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा कर देंगे,तो ग्राम पंचायत कार्यालय आपके द्वारा उपलब्ध कराई गई सभी जानकारियों को सत्यापन करती है।
- सभी जानकारियों के सत्यापन करने के बाद ग्राम पंचायत कार्यालय घरों को पंजीकृत करता है।
- आपके सभी पंजीकरण होने के बाद आपको जॉब कार्ड मिल जाता है।
- आपको जॉब कार्ड मिलने के बाद ग्राम पंचायत द्वारा नियुक्त किए गए पंजीकृत व्यक्ति कार्यक्रम अधिकारी को काम के लिए आवेदन प्रस्तुत करता है।
- इसी प्रस्तुत किए गए आवेदन के आधार पर ही आपको महीने में कम से कम 14 दिन का काम मिल जाता है।
यह भी जानें- ई श्रमिक कार्ड के फायदे
ग्राम पंचायत Nrega Job Card
नरेगा जॉब कार्ड एक ऐसा कार्ड है जो कि मनरेगा मजदूरों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्ड के बन जाने से मजदूरों को 100 दिन के रोजगार या बेरोजगारी भत्ते की गारंटी मिलती है। जब कोई भी श्रमिक मनरेगा योजना के लिए आवेदन करता है, तो सबसे पहले आपके आवेदन में उपलब्ध कराई के सभी जानकारियों को सत्यापन करने के बाद जॉब कार्ड ही बनता है।जिसमें आप के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध रहती है। जैसे आपका नाम, पिता का नाम, पति का नाम, पता और जॉब कार्ड संख्या जॉब कार्ड में मौजूद संख्या के आधार पर ही आपकी पहचान सरकारी दस्तावेजों में हो पाती है। जिसका मुख्य उद्देश्य होता है कि इस योजना में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या फ्रॉड की स्थिति न पैदा हो। इस जॉब कार्ड में आपके दैनिक कार्यों का विवरण भी चढ़ाया जाता है। जिससे यह पता चलता है कि आप कितने दिनों तक काम किए हैं जिसके आधार पर ही आपको भत्ता प्राप्त होता है। निम्नलिखित मनरेगा जॉब कार्ड की विशेषताओं और लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया है।
- मनरेगा जॉब कार्ड के आधार पर ही आप सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकृत हो पाते हैं।
- इस जॉब कार्ड में मौजूद संख्या के आधार पर आपके द्वारा किए गए कार्य और आपकी पूरी जानकारी ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त हो सकती हैं।
- रोजगार न मिलने की स्थिति में आप इस जॉब कार्ड के आधार पर 100 दिन के जॉब गारंटी के दावे के तहत आप काम के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- मनरेगा जॉब कार्ड बन जाने से श्रमिकों को उनके वर्तमान पते के 50 किलोमीटर के भीतर ही कार्य की व्यवस्था कराई जाती है।
- जॉब कार्ड बन जाने से अगर आप को किसी भी प्रकार का कार्य नहीं मिला है और जॉब पर बनने पर 15 दिन बीत गए हैं तो सरकार द्वारा आपको बेरोजगारी भत्ते के रूप में कुछ राशि प्रदान की जाती है।
मनरेगा ग्राम पंचायत लिस्ट देखने की प्रक्रिया
जब आप मनरेगा योजना में काम के लिए आवेदन करते हैं,तो आपकी जानकारियों का पूर्ण रूप से सत्यापन करने के बाद सरकार द्वारा नरेगा ग्राम पंचायत list जारी की जाती है। जिसके आधार पर ही आपके जॉब कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू होती है। अगर नरेगा ग्राम पंचायत लिस्ट में आपका नाम नहीं है, तो आपको इस योजना के लिए फिर से आवेदन देना पड़ेगा या फिर आवेदन में आ रही कमियों को दूर करना पड़ेगा। अगर आपका नाम लिस्ट में आ गया है, तो आपको अपना नाम देखने और लिस्ट देखने की पूरी प्रक्रिया को जानना चाहिए। जिसके माध्यम से आप लिस्ट में से अपना नाम देख सकते हैं और जॉब कार्ड बनने की प्रक्रिया के बारे में जान सकते हैं। निम्नलिखित मनरेगा ग्राम पंचायत लिस्ट देखने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तृत विवरण दिया गया है।
- सबसे पहले आपको मनरेगा के ऑफिशल साइट www.nrega.nic.in पर जाना पड़ेगा।
- ऑफिशियल साइट पर दिए गए विकल्प ग्राम पंचायत डैशबोर्ड पर क्लिक करना होगा।
- जिसके पश्चात आपके सामने जनरेट रिपोर्ट नामक ऑप्शन दिखाई देगा जिस पर आप को क्लिक करना होगा।
- आपके सामने राज्यों की सूची खुल जाएगी। जिसमें आपको अपने राज्य का चयन करना पड़ेगा।
- जब आप अपने राज्य का चयन कर लेंगे तो उसके पश्चात आपके सामने एक पेज खुलेगा जिसमें आपको फाइनेंशियल ईयर, जिला, ब्लॉक और पंचायत की जानकारी अंकित करनी पड़ेगी।
- सभी जानकारियों को अंकित करने के बाद आपको प्रोसीड बटन पर क्लिक करना होगा।
- जब आप प्रोसीड बटन पर क्लिक कर देंगे तो आपके सामने ग्राम पंचायत रिपोर्ट का डैशबोर्ड खुल जाएगा जिसमें कई प्रकार के ऑप्शन दिए होंगे। जिसमें से आप मनरेगा लिस्ट के ऑप्शन पर क्लिक करके लिस्ट को देख सकते हैं।
यह भी जानें- PM किसान सम्मान निधि की पूरी जानकारी
मनरेगा में आवेदन के लिए पात्रता की जानकारी
नरेगा ग्राम पंचायत योजना में आवेदन के लिए आपको पात्रता की जानकारी जरूर होनी चाहिए। क्योंकि इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं व्यक्तियों को या श्रमिकों को मिलता है। जो इस योजना के तहत पूरी तरह से पात्र पाए जाते हैं। इसीलिए आपको इस योजना का तुरंत लाभ पाने के लिए और इसमें आवेदन देने के लिए सबसे पहले इसकी पात्रता की जानकारी होनी चाहिए। इसीलिए आज हम आपको मनरेगा में आवेदन के लिए पात्रता की पूरी जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। जिनको जानने के बाद मनरेगा मैं आवेदन किया जा सकता है।
- ऐसा कोई भी व्यक्ति जो कि ग्रामीण क्षेत्र से हो।
- मनरेगा में आवेदन के लिए भारतीय होना आवश्यक है।
- मनरेगा में आवेदन के लिए आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- मनरेगा में आवेदन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर निवास का प्रमाण होना चाहिए।
- आवेदक मनरेगा में उपलब्ध कराए जाने वाले कार्यों को कर पाने में सक्षम होना चाहिए।
- आवेदक बेरोजगार या फिर श्रमिक श्रेणी का होना चाहिए।
मनरेगा में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
मनरेगा में आवेदन के लिए कई सारे दस्तावेज मांगे जाते हैं। जिसको आप को आवेदन के पहले जांच कर लेना चाहिए कि आपके पास सारे दस्तावेज उपलब्ध है या नहीं, क्योंकि आवेदन करते समय नीचे बताए गए सभी दस्तावेजों की फोटो कॉपी मांगी जाती है। अगर आपके पास कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है तो आप आवेदन से वंचित हो सकते हैं। इसीलिए आपको आवेदन में लगने वाले सभी दस्तावेज की पूरी जानकारी और सही जानकारी होनी चाहिए। जिससे आपको आवेदन करते समय किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। इसीलिए आज हम आपको मनरेगा में आवेदन के लिए लगने वाले सभी प्रमुख दस्तावेजों के बारे में बता रहे हैं। जिन को जानने के बाद मनरेगा में आसानी से आवेदन किया जा सकता है।
- आवेदन फॉर्म जो कि पूरा भरा हुआ ना चाहिए।
- आधार कार्ड और उसकी फोटो कॉपी।
- राशन कार्ड और उसकी फोटो कॉपी।
- आय प्रमाण पत्र और उसकी फोटो कॉपी।
- निवास प्रमाण पत्र और उसकी फोटो कॉपी।
- आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो।
- बैंक खाता पासबुक और उसकी फोटो कॉपी।
- स्थाई मोबाइल नंबर की जानकारी जिस पर योजनाओं से संबंधित जानकारियां आ सके।
मनरेगा योजना का मुख्य उद्देश्य
Nrega gram panchayat योजना एक विशेष उद्देश्य के तहत सरकार द्वारा शुरू की गई है। जिसमें सरकार की मंशा साफ है कि वह ग्रामीण अंचलों में रह रहे बेरोजगार श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यवस्था उनके गांव में ही उपलब्ध कराई जाए। जिसके तहत वह अपने गांव या 50 किलोमीटर के दायरे के अंदर ही काम कर सके और उनको कहीं बाहर भटकना न पड़े। जिससे वह बेरोजगार भी ना रहे, इसीलिए इस योजना को शुरुआत किया गया है और इसके बहुत सारे उद्देश्य हैं। जिनको हमें जानना चाहिए और सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य और सरकार की मंशा को पूर्ण रूप से समझना चाहिए।
- इस योजना का उद्देश्य की ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार और अकुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराना।
- ग्रामीण क्षेत्रों के श्रमिकों को उनके ग्राम सभा या फिर ग्राम सभा से 50 किलोमीटर के दायरे के अंदर रोजगार की सुविधा उपलब्ध करवाना।
- ग्रामीण आबादी में मौजूद आर्थिक रूप से कमजोर, बेरोजगार और अशिक्षित आबादी को आर्थिक रूप से मजबूत करना और गरीबी मुक्त कराना।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि ग्रामीणों के लिए आजीविका की व्यवस्था करना और संसाधन उपलब्ध करवाना।
- इस योजना के तहत सरकार का उद्देश्य है किपूरे भारतवर्ष में मौजूद पंचायती राज प्रतिष्ठानों को मजबूती प्रदान करना।
- इस योजना का उद्देश्य है कि सरकारी योजनाओं को ग्राम सभा स्तर पर संचालित करवाना।
- इस योजना को देश है कि ग्रामीण स्तर पर सभी सरकारी योजनाओं में हो रहे मजदूरी के कार्य को कराने के लिए स्वदेशी श्रमिकों को ही रोजगार देना।
यह भी जानें- महिलाओं के लिए होम लोन की पूरी जानकारी
सरकार द्वारा मनरेगा योजना के लिए निर्धारित लक्ष्य
मनरेगा योजना में सरकार द्वारा एक निर्धारित लक्ष्य रखा गया था। जिसमें यह तय किया गया था कि इस योजना के तहत वह पूरे भारतवर्ष में आबादी की कितने प्रतिशत श्रमिकों को रोजगार की गारंटी और रोजगार की व्यवस्था उपलब्ध करवा पाएंगे और इस योजना के उद्देश्यों को पूरी तरह से लागू करवा पाएंगे। इसीलिए मनरेगा योजना के लिए सरकार द्वारा रखे गए लक्ष्य को भी जाना चाहिए। जोकि पूर्ण रूप से निम्नलिखित विस्तृत है।
- ग्रामीण अंचलों में रह रहे श्रमिकों को गारंटी के साथ दैनिक भत्ता अवसर उपलब्ध करवाना।
- ग्रामीण आबादी के लिए आजीविका के संसाधनों को मजबूत करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक संसाधनों और सरकारी योजनाओं को पूरी तरह से लागू करवाना।
- इस योजना का लक्ष्य है कि एक स्थाई और बेहतर उत्पादन देने वाला मंच तैयार करना।
- इस योजना का लक्ष्य की ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज संस्थाओं को मजबूती प्रदान करना और लोकतंत्र को और मजबूत करना।
निष्कर्ष
अगर आप भी मनरेगा के लिए आवेदन करना चाहते हैं और आपको इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है, तो आपको इस लेख को जरूर देखना चाहिए। इस लेख में मनरेगा से संबंधित सभी जानकारियों को विस्तृत रूप से बताया गया है। जिसके माध्यम से आप मनरेगा के सभी जानकारियों को जानने के बाद इसके लिए आवेदन कर सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं। इस लेख में ग्राम पंचायत मनरेगा की जानकारी, उद्देश्य और लक्ष्य को पूरी तरह से बताया गया है। जिससे आप इस योजना के मूल उद्देश्य और लक्ष्य को अच्छे से समझ सकते हैं।
FAQ
ग्राम पंचायत जॉब कार्ड कैसे देखें ?
ग्राम पंचायत जॉब कार्ड को देखने के लिए आपको इसकी ऑफिसियल वेबसाइट www.nrega.nic.in पर जाकर अपने राज्य, जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत की जानकारी को दर्ज करके जॉब कार्ड का विवरण देख सकते हैं।
मनरेगा का पेमेंट कैसे देखें ?
मनरेगा का पेमेंट देखने के लिए आपको इसकी ऑफिसियल साइट www.nrega.nic.in पर जाना होगा और उस पर जॉब कार्ड के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। जिसमें आपको पेमेंट फॉर वर्कर के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। वर्कर का नाम सिलेक्ट करना होगा। जिसके पश्चात आपके पेमेंट की जानकारी आपके सामने आ जाएगी।