आज के समय में फिल्म देखना लोगों की आदत हो गई है, लोग महीने में एक या दो फिल्में जरूर से जरूर देखते हैं, क्योंकि फिल्म देखने से मन हल्का हो जाता है और मानसिक तनाव दूर हो जाता है। किंतु जो फ़िल्में हमारे मानसिक तनाव को दूर करती है, तथा एक कहानी को हमारे सामने सच्चाई की तरह पेश करती है, उसको बनाने तथा सूट करने में बहुत लंबा प्रोसेस तथा समय की आवश्यकता होती है, तथा विभिन्न प्रकार के पढ़े लिखे लोगों की निगरानी में और डायरेक्शन में फिल्म को शूट किया जाता है। किसी डायरेक्टर का डायरेक्शन जितना अच्छा होता है, वह फिल्म उतनी ही अच्छी तैयार होती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का सपना होता है, कि अच्छा डायरेक्टर कैसे बना जाए, अच्छा डायरेक्टर बनने से पहले सभी यह सोचते हैं फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं? फिल्म डायरेक्टर बनने के पश्चात ही आप अपनी कला और नॉलेज द्वारा अच्छे फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं।
आधुनिक समय में व्यक्ति की मानसिकता ऐसी हो गई है, कि उसे बताई हुई बातों की अपेक्षा वह आंखों से देखी हुई बातों पर ज्यादा यकीन करता है, और आंखों से देखी हुई बातें उसे ज्यादा समय तक याद रहती हैं। इसलिए लोगों को विभिन्न प्रकार के संदेश तथा घटनाएं बताने के लिए आधुनिक समय में बहुत अधिक मात्रा में वीडियो का प्रयोग किया जा रहा है। किसी भी घटना तथा कहानी को प्रदर्शित करने के लिए फिल्मों का प्रयोग किया जाता है, जो लोगों को बहुत अधिक पसंद आता है, और लोग उसे मनोरंजन तथा जानकारी दोनों के उद्देश्य से देखते हैं।
फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं
जब कोई भी फिल्म बनाकर तैयार होती है और वह दर्शकों के मत जाती है, तो लोग उसे बहुत अधिक पसंद करते हैं, या फिर वह फिल्म सुपर हिट हो जाती है और बहुत अच्छी इनकम का कारण बनती है। लेकिन उस फिल्म को बनाने में उसके एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर तथा राइटर आदि विभिन्न लोगों की मेहनत होती है, जो फिल्म को सुपर हिट बनाने में मदद करती है। फिल्म को तैयार करने में कैरेक्टर्स के अलावा अन्य विभिन्न प्रकार के चेहरे होते हैं, जिनको कभी भी कोई नहीं देखता है, और फिल्म देखते समय शायद हमें उनकी याद भी नहीं रहती है, लेकिन फिल्म को सुपरहिट बनाने में पर्दे के पीछे वाले कैरेक्टर्स का हाथ होता है, जिनमें फिल्म डायरेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
मूवी को डायरेक्शन देने वाला या फिल्म को निर्देशित करने वाले व्यक्ति को फिल्म डायरेक्टर कहा जाता है, जो प्रत्येक पात्र तथा कहानी की प्रत्येक घटना को इमेजिन करके तथा अपने एक्सपीरियंस के अनुसार वास्तविकता में ढालता है, और वैसे ही एक्टर को एक्टिंग करने का निर्देश देता है जिसके अनुसार एक्टर एक्टिंग या अभिनय करता है, और उसकी रिकॉर्डिंग की जाती है। इस प्रकार छोटे-छोटे टुकड़ों में डायरेक्टर के बताए गए निर्देशों के अनुसार फिल्म को शूट किया जाता है, और उसके पश्चात विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरीकृत सॉफ्टवेयर द्वारा फिल्म को आपस में जोड़ा जाता है, और एक पूरी रील बनकर तैयार हो जाती है।
डायरेक्टर पूरी फिल्म को एक जीवित चलचित्र की तरह बना देता है, फिल्म डायरेक्टर की क्रिएटिविटी के कारण ही फिल्म में जान आ जाती है, और फिल्म कहानी से वास्तविकता की तरह दिखाई देने लगती है। फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए एक अलग सोच तथा एक्स्ट्रा माइंड की आवश्यकता होती है, जो अन्य लोगों की अपेक्षा थोड़ा हटके या अधिक सोच सकें यानी सामान्य व्यक्ति जहां तक सोचता हो उसके आगे सोच सके वह व्यक्ति डायरेक्टर बन सकता है।
फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं? डायरेक्टर बनने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं, जिनके द्वारा फिल्म डायरेक्टर बना जा सकता है। लेकिन फिल्म डायरेक्शन वास्तविकता में एक्सपीरियंस द्वारा ही सीखा जा सकता है। फिल्म डायरेक्टर की डिग्री तो आपको किसी कॉलेज द्वारा दे दी जाती है, लेकिन नॉलेज आपको एक्सपीरियंस द्वारा ही मिलती है।
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Film Director कौन और क्या काम होता है
किसी फिल्म को किस तरह से शूट करना है, और फिल्म में किस किरदार को किस तरह से एक्टिंग करनी है, इसका डायरेक्शन डायरेक्टर द्वारा दिया जाता है। अर्थात डायरेक्टर का काम होता है, कि किसी भी एक्टर को उसकी एक्टिंग तथा उसकी पोजीशन को बताना डायरेक्टर के निर्देश के अनुसार ही अन्य एक्टर कार्य करते हैं, और एक्टिंग करते हैं।
एक्टर्स को निर्देशित करने वाला डायरेक्टर होता है, डायरेक्टर कहानी को पढ़कर उस कहानी में पात्रों को जोड़ता है, तथा उनकी एक्टिंग को बताकर एक्टरों से वैसी ही एक्टिंग करने के निर्देश देता है। डायरेक्टर को हिंदी में निर्देशक भी कहा जाता है, फिल्म में जितने भी एक्टर एक्टिंग करते हैं। वह डायरेक्टर के डायरेक्शन के अनुसार ही करते हैं, अर्थात हम यह कह सकते हैं, कि फिल्म केवल पात्रों द्वारा दिखाई जाती है, लेकिन उस में दिखने वाली प्रत्येक क्रिएटिविटी तथा एक्टिंग की सोच डायरेक्टर के होती है, जो एक डायरेक्टर के कुशल डायरेक्शन के कारण ही दिखाई देती है। यदि किसी फिल्म का डायरेक्शन किसी कुशल डायरेक्टर द्वारा किया जाता है, जिसके पास अच्छा एक्सपीरियंस होता है, वह बेकार से बेकार कहानी को भी अच्छे वीडियो में परिवर्तित कर देता है, और फिल्म सुपरहिट हो जाती है। फिल्म को निर्देशित करने वाला व्यक्ति डायरेक्टर कहलाता है।
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Film Director Career
जैसा कि उपरोक्त मैंने बताया कि आधुनिक समय चलचित्र अर्थात वीडियो का समय है, कोई भी व्यक्ति किसी भी बात को समझने तथा जानने के लिए वीडियो का प्रयोग करता है, जिससे वह बात उसे अधिक प्रभावी ढंग से समझ में आती है, और लंबे समय तक उसके दिमाग में बनी रहती है। इसलिए आज के समय में बहुत अधिक फिल्में, टीवी सीरियल, नाटक तथा थिएटर आदि हो रहे हैं, जिनमें फिल्मों तथा वीडियो द्वारा व्यक्तियों के सामने विभिन्न प्रकार की कहानी तथा घटनाओं को प्रदर्शित किया जाता है, जो लोगों को बहुत अधिक इंप्रेसिव और आसान लगता है, तथा उसके देखने के पश्चात उनका मस्तिष्क भी तनाव मुक्त हो जाता है।
इसलिए फिल्म डायरेक्शन में बहुत अच्छा कैरियर है, और आज के समय में इतनी अधिक फिल्मों का निर्माण हो रहा है, कि प्रत्येक शुक्रवार को एक से दो फिल्में रिलीज होती हैं, और एक फिल्म के निर्माण में कम से कम 1 साल का समय लगता है, कुछ फिल्मों के निर्माण में 3 से 4 साल भी लग जाते हैं, इसलिए फिल्म डायरेक्शन बहुत अच्छा करियर है।
Film Director बनने के लिए योग्यता
एक्टर बनने के लिए किसी विशेष प्रकार की योग्यता की अवश्यकता नहीं होती है, केवल आप किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन किए होंगे, तो आपको फिल्म डायरेक्टर बनने की जॉब आसानी से मिल जाती है। लेकिन आज के समय में फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए बहुत सारे कोर्स उपलब्ध हैं, जिनको करने के पश्चात आप फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन आधुनिक समय में भी कोर्स के साथ-साथ डायरेक्शन के नॉलेज होना बहुत ही आवश्यक होता है। इसलिए और सारे लोग डायरेक्टर के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर बनकर काम करते हैं तथा बाद में कुछ समय पश्चात वे फिल्म डायरेक्शन का कार्य करते हैं, इसलिए आप दोनों तरीके से डायरेक्टर बन सकते हैं।
लेकिन दोनों ही तरीकों में आपको पहले किसी डायरेक्टर का असिस्टेंट डायरेक्टर बन कर कार्य करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि डायरेक्शन का अनुभव किसी किताब या किसी कॉलेज द्वारा नहीं दिया जा सकता है। डायरेक्शन का अनुभव किसी डायरेक्टर के साथ फिल्म डायरेक्शन के समय ही लिया जा सकता है।क्या आप जनना चाहते हैं की फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं, तो ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन के पश्चात आपको किसी डायरेक्टर के साथ डायरेक्शन सीखने की आवश्यकता होती है, और दूसरी तरफ आप किसी विशेष प्रकार के कॉलेज द्वारा फिल्म डायरेक्टर का कोर्स करके भी किसी डायरेक्टर के साथ फिल्म डायरेक्शन सीख सकते हैं। फिल्म डायरेक्शन कोर्स किए बिना भी फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं।
फिल्म डायरेक्शन का कोर्स किए हुए फिल्म डायरेक्टर तथा सामान्य डायरेक्टर मैं बहुत बड़ा अंतर नहीं होता है, लेकिन दोनों में कुछ अंतर जरूर हो जाता है। फिल्म डायरेक्शन का कोर्स किए हुए व्यक्ति को डायरेक्शन की सामान्य बातों की नॉलेज होती है, और डायरेक्टर के साथ डायरेक्शन करते समय उसे छोटी-छोटी बातें बताने नहीं पड़ती हैं, किंतु बिना फिल्म डायरेक्शन कोर्स किए हुए व्यक्ति को छोटी-छोटी बातें भी बतानी पड़ती हैं। इसलिए उसे थोड़ा अधिक समय लगता है। बाकी दोनों के माइंड क्रिएटिविटी पर निर्भर करता है, कि दोनों किस प्रकार के फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं।
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Film Direction Course
Film डायरेक्टर बनने के लिए आधुनिक समय में बहुत सारे ग्रेजुएशन तथा पोस्ट ग्रेजुएशन के कोर्स उपलब्ध हैं, जिनको करके फिल्म डायरेक्शन के क्षेत्र में करियर बनाया जा सकता है। फिल्म डायरेक्शन के कोर्स को करने के पश्चात फिल्म डायरेक्शन सीखना आसान हो जाता है, तथा फिल्म डायरेक्टर बनने में कम समय लगता है, इसलिए विभिन्न प्रकार के लोग जो फिल्म दुनिया में डायरेक्टर का काम करना चाहते हैं, वह विभिन्न प्रकार के फिल्म डायरेक्शन से संबंधित कोर्स करने के पश्चात ही फिल्म डायरेक्शन सीखने का कार्य प्रारंभ करते हैं, आधुनिक समय में फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए निम्नलिखित कोर्स किए जा सकते हैं।
- Types of Digital Filmmaking
- Processing and Printing
- Films for Motion Picture
- Film Dimension and Packaging
How to Become Film Director in India
भारत में फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्सों को करने के पश्चात किसी डायरेक्टर के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर कार्य करते हुए डायरेक्शन सीखा जाता है, उसके पश्चात ही फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं। भारत में फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए कुछ कोर्स है, जो निम्नलिखित हैं जिनको करने के पश्चात आप फिल्म डायरेक्शन सीख सकते हैं। यह कोर्स आपको फिल्म डायरेक्शन करने में बहुत मदद करते हैं। इसलिए डायरेक्शन सीखने से पहले इन कोर्स को करना बहुत ही आवश्यक होता है।
- Bachelor in Cinematic
- PG in Film Direction
- Bachelor in Film Direction
- PG Diploma in Film and TV Production
- B.Sc in Cinema+ Diploma in Direction
- Diploma and PG Diploma in Film Direction
- PG Diploma in Media and Communication
आधुनिक समय में फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं
आधुनिक समय में फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं, जिनके द्वारा फिल्म डायरेक्टर बना जा सकता है, तथा फिल्मों का डायरेक्शन सीखा जा सकता है। डायरेक्शन करने के लिए आपको किसी सीनियर डायरेक्टर की आवश्यकता होती है, जो आपको फिल्म डायरेक्शन सिखा सके। इसलिए फिल्म डायरेक्शन पढ़ाया नहीं जा सकता है, केवल उसकी नॉलेज आपको दी जा सकती है, नॉलेज के पश्चात आपको एक्सपीरियंस द्वारा ही फिल्म डायरेक्शन सीखना होता है, जो आप किसी सीनियर डायरेक्टर के साथ रहकर सीखते हैं। फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए हमारे अंदर कुछ स्किल होना आवश्यक है जो निम्नलिखित हैं
- एक्टिंग सीखे।
- विडियो एडिटिंग सीखे।
- डिसीजन लेना सीखे।
- बॉडी लेंग्वेज सीखे।
- नियम कानून सीखे।
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Best Film Making Colleges in India
भारत में फिल्म बनाना तथा फिल्म से संबंधित अन्य क्षेत्रों में कार्य करने का एक क्रेज हो गया है। प्रत्येक व्यक्ति फिल्म दुनिया में अपना करियर बनाना चाहता है। इसलिए भारत में विभिन्न प्रकार के फिल्म मेकिंग कॉलेज हो गए हैं, जिनमें फिल्म से संबंधित विभिन्न प्रकार के कोर्स कराए जाते हैं। आधुनिक समय में लड़कों से अधिक लड़कियां फिल्मी दुनिया में जाना चाहती हैं, और अपना करियर बनाना चाहती हैं। इसलिए फिल्म मेकिंग कॉलेज का बाजार भारत में बहुत बड़ा है, भारत में फिल्म मेकिंग के निम्नलिखित कॉलेज हैं, जिनमें आप फिल्मेकिंग से संबंधित तीन प्रकार के कोर्स कर सकते हैं। डायरेक्टर बनने के लिए आपको फिर मेकिंग से संबंधित डायरेक्टर के कोर्स की आवश्यकता होती है। जो आप भारत के निम्नलिखित विभिन्न कालेजों में कर सकते हैं
- National School of Drama (Delhi)
- National Institute of Design
- Arena Animation (Bangalore)
- Film and Television Institute of India (FTII)
- Satyajit Ray Films and Television Institute (Kolkata)
- Whistling Woods International Institute of Film (Mumbai)
Film Director किन क्षेत्रो में कार्य कर सकते है
व्यक्ति जब फिल्म डायरेक्टर का कोर्स करने के पश्चात किसी डायरेक्टर के साथ रहकर फिल्म का डायरेक्शन सकता है, और जब उसे फिल्म डायरेक्शन में काफी अनुभव हो जाता है, तो वह फिल्म डायरेक्टर का कार्य करने लगता है। फिल्म डायरेक्टर का कार्य करने के साथ-साथ व अन्य विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर सकता है, आधुनिक समय में फिल्म के अलावा विभिन्न प्रकार के अन्य वीडियो मेकिंग प्लेटफार्म हैं, जिनमें डायरेक्टर की आवश्यकता होती है, और वहां पर डायरेक्ट किया जा सकता है। फिल्म डायरेक्शन सीखने के बाद कोई भी व्यक्ति निम्नलिखित स्थानों पर कार्य करने के लिए कैपेबल हो जाता है।
- YouTube
- TV Serial
- Advertisement
- Web Series
- South Cinema
- Bhojpuri, Etc.
- Bollywood Movie
- Documentary Films
- Educational Movies
भारत के टॉप 5 फिल्म डायरेक्टर
movie डायरेक्शन का कोर्स करने के पश्चात आपको किसी अच्छे डायरेक्टर की आवश्यकता होती है, जो आपको फिल्म डायरेक्शन सिखा सके तथा जिसकी निगरानी में आपके डायरेक्शन की अच्छी कला को सीख सकें। इसलिए आपको फिल्म डायरेक्शन सीखने के लिए भारत में विभिन्न प्रकार के अच्छे फिल्म डायरेक्टर्स में से किसी एक को चुनने की आवश्यकता होती है, जिससे आप आगे चलकर एक अच्छे फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं। फिल्म कोर्स करने के बाद यदि आप फिल्म डायरेक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको यह जानने की आवश्यकता होती है, कि भारत में सबसे अच्छे फिल्म डायरेक्टर कौन हैं? जिन के सानिध्य में आप फिल्म डायरेक्टिंग सीख सकते हैं। आज हम आपको फिल्म डायरेक्टिंग सीखने के लिए भारत के पांच सबसे अच्छे फिल्म डायरेक्टर्स के नाम बता रहे हैं, जिनके पास रहकर आप फिल्म डायरेक्टर सीख सकते हैं।
- राकेश रोशन
- इम्तियाज़ अली
- राकेश ओमप्रकाश मेहरा
- रोहित शेट्टी
- आनन्द एल राय
- नितेश तिवारी
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Film Direction Course Fees in India
film डायरेक्टर बनने के लिए कॉलेज के हिसाब से अलग-अलग फीस का निर्धारण किया जाता है। इनमें से कुछ कॉलेज सरकारी तथा कुछ प्राइवेट भी होते है, जिनकी फीस में बहुत बड़ा अंतर होता है। सरकारी कॉलेज की फीस बहुत कम होती है, वहीं प्राइवेट कॉलेज की फीस बहुत अधिक होती है। इसलिए जो लोग कम फीस में पढ़ाई करना चाहते हैं उनको सरकारी कॉलेज चुनना चाहिए, लेकिन सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिलना बहुत ही मुश्किल होता है, क्योंकि सरकारी कॉलेज में फीस कम होने की वजह से एप्लीकेशन ज्यादा होते हैं, तथा सीटें बहुत ही सीमित होती हैं। वहीं प्राइवेट कॉलेज में बड़ी आसानी से एडमिशन मिल जाता है, लेकिन वहां पर फीस बहुत अधिक होती है
सरकारी कॉलेज संस्था प्राइवेट कॉलेज में फीस का बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है। इसलिए फिल्म डायरेक्टर का कोर्स करने के लिए जहां सरकारी कॉलेज में लगभग 50000 में काम हो जाएगा, वही प्राइवेट कॉलेज में लगभग वही फीस 600000 के समथिंग होती है। हम कह सकते हैं कि भारत में फिल्म डायरेक्शन सीखने के लिए 50000 से ₹600000 तक फीस लग सकती है, तथा इसके अलावा हॉस्टल खर्चा तथा पर्सनल खर्च अलग से लगते हैं।
निष्कर्ष
फिल्म डायरेक्शन एक ऐसा क्षेत्र है, जहां पर केवल एजुकेशन है मायने नहीं रखती है, क्योंकि फिल्म डायरेक्टर पढ़ाई करते नहीं बल्कि एक्सपीरियंस करके बना जा सकता है। यदि आप फिल्म डायरेक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको पढ़ाई के साथ-साथ अनुभव की भी आवश्यकता होगी, इसलिए आपको पढ़ाई करने के पश्चात किसी अच्छे डायरेक्टर के पास डायरेक्शन सीखने तथा उसकी बारीकियों को समझने के लिए कुछ साल असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करना पड़ सकता है। आशा है कि आप समझ गए होंगे कि फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं, और फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए क्या-क्या करना पड़ेगा, यह सारी जानकारी उपरोक्त लेख में उपलब्ध है जिसके अध्ययन के पश्चात आप बड़ी आसानी से फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं।
अक्सर पूछे गए प्रश्न
फिल्म में डायरेक्टर का क्या काम होता है?
फिल्म डायरेक्टर फिल्म की कहानी के अनुसार एक्टर को डायलॉग तथा अभिनय करने का निर्देशन देते हैं, और अभिनय किस प्रकार से पेश करना है इसका निर्णय भी डायरेक्टर करते हैं। डायरेक्टर के डायरेक्शन पर ही कलाकार या एक्टर एक्टिंग करता है, और उसको रिकॉर्ड किया जाता है। अतः हम कह सकते हैं, कि फिल्म डायरेक्टर का फिल्म बनाने में सबसे अहम योगदान होता है, क्योंकि फिल्म फिल्म का प्रत्येक दृश्य डायरेक्टर के निर्देश पर ही बनाया जाता है।
गरीब एक्टर कैसे बने?
गरीब लोग एक्टर बनने का बड़ा शौक रखते हैं लेकिन उनके पास पैसा ना होने की वजह से वह पीछे रह जाते हैं, और बहुत सारे गरीब ऐसे होते हैं कि उनके अंदर अच्छी प्रतिभा होते हुए भी वह एक्टिंग के क्षेत्र में नहीं पहुंच पाते हैं जिसका मुख्य कारण सोर्स और पैसा होता है। लेकिन यदि आप करीब हैं तो भी आप एक एक्टर बन सकते हैं, इसके लिए आपको सरकारी कॉलेज से एक्टिंग सीखनी होगी या फिर थिएटर कर सकते हैं, थिएटर करते करते आप पैसा भी कमा सकते हैं, और एक्टिंग भी सीख सकते हैं इस प्रकार कुछ समय पश्चात आप एक अच्छे एक्टर बन सकते हैं।
असिस्टेंट डायरेक्टर कैसे बने?
असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के लिए आपको पहले फिल्म डायरेक्शन का कोर्स करना होगा, उसके पश्चात आपको किसी डायरेक्टर से संपर्क करके उनके साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करना होगा या फिर आप किसी टीवी सीरियल या फिल्म डायरेक्टर के पास इंटर्नशिप का कोर्स करके फिल्म डायरेक्शन सीखते हैं।