रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

रुद्राक्ष वैदिक शास्त्र के अनुसार एक ऐसा रखना है जो व्यक्ति को सुख शांति तथा समृद्धि प्रदान करने के लिए धारण किया जाता है, यह वनस्पतियों से प्राकृतिक रूप से मिलने वाला एक फल का बीज होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की विभाजन रेखाएं होती हैं, जो इस बीच को विभिन्न भागों में विभाजित करती हैं, जिसके कारण इसमें विभिन्न प्रकार के विभाजन के कारण अलग-अलग भाग विभाजित हो जाते हैं, जिससे यह रुद्राक्ष अलग-अलग मुख वाला रुद्राक्ष हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल में एक मुख्य वाले रुद्राक्ष से लेकर 38 मुखी रुद्राक्ष तक पृथ्वी पर उपलब्ध है, किंतु आज के समय में केवल 14 प्रकार के रुद्राक्ष ही पृथ्वी में उपलब्ध माने जाते हैं। बाकी अन्य प्रकार के रुद्रा या तो विलुप्त हो चुके हैं या फिर विलुप्त होने की श्रेणी में हैं, जो रुद्राक्ष विलुप्त होने की श्रेणी में है, उन्हें प्राप्त करना बड़ा ही मुश्किल होता है। इसलिए ऐसे रुद्राक्ष को पृथ्वी पर बहुत कम उपलब्ध हैं उन्हें हम दुर्लभ रुद्राक्ष की श्रेणी में रखते हैं तथा इनको प्राप्त करना बहुत ही मुश्किल होता है। आपने रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में सुना होगा किंतु ज्यादातर लोग रुद्राक्ष पहनने के फायदे के बारे में जानते हैं। नुकसान के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है इसलिए आज के इस लेख में रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी हो सकती है। 

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रुद्राक्ष (Rudraksh)

रुद्राक्ष (Rudraksh)

जैसा कि हम सभी जानते हैं रुद्राक्ष इलियोकार्पस गेनिट्रस नामक पौधे का बीज होता है, जो इस पौधे के फल से प्राप्त किया जाता है यह बीज विभिन्न प्रकार के रेखाओं द्वारा विभाजित होता है जिसके कारण इसके विभिन्न मुख बन जाते हैं। इसलिए रुद्राक्ष एक मुख से लेकर वर्तमान समय में 14 मुखी रुद्राक्ष तक पाया जाता है, किंतु रुद्राक्ष के अर्थात इलियोकार्पस गेनिट्रस नामक पेड़ों के पृथ्वी पर उत्पन्न होने की एक प्राचीन कथा प्रचलित है, जिसका वर्णन विभिन्न धर्म, शास्त्रों तथा वेदों में पाया जाता है, जिसके अनुसार ऐसा माना जाता है कि इलियोकार्पस गेनिट्रस के वृक्ष भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुए थे धार्मिक कथाओं के अनुसार जिस समय भगवान माता शक्ति के शोक में विह्वल थे, उस समय भगवान की आंखों से कुछ आंसू पृथ्वी पर गिरे जिनके द्वारा रुद्राक्ष अर्थात इलियोकार्पस गेनिट्रस के पेड़ों के उत्पत्ति हुई जिनसे रुद्राक्ष प्राप्त किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष में भगवान शिव स्वयं विराजमान होते हैं, इसके अलावा अलग-अलग रुद्राक्षों  के हिसाब से इन रुद्राक्ष में अलग-अलग देवी-देवताओं का वास भी होता है। यही कारण है कि प्रत्येक रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग प्रभाव डालता है। इन रूद्राक्षा को उन पर खींची रेखाओं के कारण बनने वाले मुख के कारण विभाजित किया जाता है। आज के इस लेख में रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी दी जा रही है। 

रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

हम जानते हैं कि प्रत्येक कार्य करने में कुछ फायदे तथा कुछ नुकसान होते हैं, जिन कार्यों को करने में फायदा होता है उसमें निश्चित रूप से कुछ ना कुछ नुकसान अवश्य होते हैं। इसलिए रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान होते हैं जो लोग रुद्राक्ष धारण करते हैं। यदि वह सही विधि विधान तथा नियम से रुद्राक्ष धारण करते हैं, तो उनको रुद्राक्ष धारण करने के फायदे प्राप्त होते हैं, किंतु जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात या रुद्राक्ष धारण करने के पहले नियमों तथा विधि का पालन नहीं करते हैं, उनको रुद्राक्ष के नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। इसलिए रुद्राक्ष धारण करने के पहले किसी ज्योतिषीय पंडित से रुद्राक्ष धारण करने तथा सही रुद्राक्ष धारण करने का सही तरीका अवश्य जान ले रुद्राक्ष धारण करने के तरीके से अधिक महत्वपूर्ण है, कि असली रुद्राक्ष धारण करना आप जो रुद्राक्ष धारण कर रहे हैं। वह असली तथा शुद्ध रुद्राक्ष है इसका भली-भांति पुष्टि कर ले तभी रुद्राक्ष को धारण करें बिना जानकारी के रुद्राक्ष ना धारण करें। आपको निम्नलिखित रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान प्राप्त हो सकते हैं

  • एक मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान। 
  • दो मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 4 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान। 
  • छह मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • सात मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 8 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • नौ मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 10 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 13 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।
  • 14 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान।

एक मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान 

एक मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान 

एक मुखी रुद्राक्ष एक ऐसा रुद्राक्ष है जिसे सबसे उत्तम उतरा क्षमा ना जाता है। यह केवल एक रेखा द्वारा विभाजित होता है जिसके कारण इसका हर चंद्राकार दिखाई देता है। यह सामान्य रुद्राक्ष की अपेक्षा कुछ अलग बनावट का होता है और यह सभी रुद्राक्ष में से सबसे अलग दिखाई देता है, अलग दिखने के अलावा इसकी शक्तियां भी अलग-अलग होती हैं। इसलिए 1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के निम्नलिखित फायदे तथा नुकसान होते हैं 

1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक मुखी रुद्राक्ष का स्वामी सूर्य होता है, इसलिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के अंदर सूर्य के जैसा तेज तथा शक्ति और ऊर्जा उपलब्ध होती है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से यदि कुंडली में किसी प्रकार का सूर्य दोष या कोई भी ग्रह का दोष होता है तो उसे दूर किया जा सकता है।
  • पद्मपुराण के 57वें अध्याय के 38वें तथा 39वें श्लोक के अनुसार एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव की कृपा उस व्यक्ति पर बनी रहती है।
  • शत्रुओं से रक्षा करने तथा इंद्रियों को अपने बस में करने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष प्रयोग किया जाता है।

1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नुकसान

  • यदि आप टूटा हुआ रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपके ऊपर इसके विपरीत प्रभाव पड़ते हैं इसके नेगेटिव ऊर्जा आपके ऊपर प्रभाव डालती है।
  • यदि आप नकली रुद्राक्ष धारण करते हैं तो इससे आपको कोई भी लाभ प्राप्त नहीं होते हैं।
  • यदि रुद्राक्ष धारण करके मांस मदिरा तथा शराब का सेवन करते हैं तो इससे आप पर रुद्राक्ष धारण करने के विपरीत प्रभाव पड़ते हैं या फिर रुद्राक्ष कार्य करना बंद कर देता है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष के अपमान से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं जिससे 1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है।

दो मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

दो मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

2 मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव तथा पार्वती का संयुक्त रूप माना जाता है, इसीलिए ऐसा माना जाता है कि इस रुद्राक्ष में अर्धनारीश्वर का वास होता है। जिससे इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति के ऊपर भगवान शिव तथा माता पार्वती दोनों की कृपा होती है। इसलिए यदि आप 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं, तो आपको रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों मिल सकते हैं। इसलिए आप रुद्राक्ष के फायदे प्राप्त करने के लिए उसे भी दे दान से धारण करें रुद्राक्ष धारण करने के लिए लिखित फायदे तथा नुकसान होते हैं।

2 मुखी रुद्राक्ष के फायदे

  • 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पति पत्नी तथा परिवारिक रिश्ते बहुत मजबूत रहते हैं।
  • जिन लोगों के विवाह नहीं होते हैं या विवाह में किसी प्रकार की समस्या होती है उनको 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  • इस रुद्राक्ष का प्रयोग आत्मा संदेह को दूर करने तथा आत्मसम्मान को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
  • शरीर की मांसपेशियां को मजबूत बनाने तथा मानसिक डिप्रेशन को कम करने में सहयोग करता है।
  • 2 मुखी रुद्राक्ष विभिन्न प्रकार के श्वसन संबंधी समस्याएं व हृदय संबंधी समस्याओं के साथ-साथ स्मरण शक्ति को मजबूत बनाता है।

दो मुखी रुद्राक्ष के नुकसान

  • यदि क्षतिग्रस्त दो मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो पति पत्नी के मध्य आपसी रिश्ते सा खराब होने लगते हैं।
  • यदि आप रुद्राक्ष को सक्रिय करके धारण नहीं करते हैं तो आपको इसके लाभ प्राप्त नहीं होते हैं।
  • यदि आप नकली 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपके परिवार की रिश्ते खराब हो सकते हैं।
  • यदि आप विधि विधान से 2 मुखी रुद्राक्ष नहीं धारण करते हैं तो सुख, शांति ,धन लाभ, घर, मकान, संपत्ति, शिक्षा, ज्ञान एव मोक्ष प्राप्त करने में कठिनाई होती है।

तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

तीन मुखी रुद्राक्ष त्रिदेव ब्रह्मा विष्णु महेश विद्यमान होते हैं जिसके कारण तीनों के रुद्राक्ष धारण करने से ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों की कृपा प्राप्त होती है तथा इसे यदि विधि विधान पूर्वक ना धारण किया जाए तो, इसके कुछ नुकसान भी होते हैं। इसलिए आज हम आपको 3 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान निम्नलिखित हैं

 3 मुखी रुद्राक्ष के फायदे

  • 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को ब्रह्मा जैसे सृजन शक्ति तथा विष्णु जैसा ज्ञान व शंकर जैसा पराक्रम प्राप्त होता है।
  • जिन व्यक्तियों के कुंडली में मंगल ग्रह की दशा खराब होती है तो तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से कुंडली में मंगल ग्रह की दशा ठीक हो जाती है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से शरीर का रक्त परिसंचरण तंत्र सही हो जाता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से चेहरे का तेज बढ़ता है तथा बल प्राप्त होता है।

तीन मुखी रुद्राक्ष के नुकसान

  • टूटा फूटा तथा क्षतिग्रस्त रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव शरीर पर पड़ता है जिससे हमें विभिन्न प्रकार के कष्ट प्राप्त होते हैं।
  • यदि आप रुद्राक्ष धारण करते समय असली रुद्राक्ष को नहीं पहचान पाते हैं और नकली रुद्राक्ष धारण करते हैं तो इसके आपके जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ते हैं।
  • तीन मुखी रुद्राक्ष को विधि विधान पूर्वक धारण करना चाहिए यदि से और नियम से नहीं धारण करते हैं तो यह सक्रिय नहीं होता है इसलिए आपको इस पर कोई लाभ प्राप्त नहीं होते हैं।
  • यदि आप इस रुद्राक्ष को धारण करने में किसी प्रकार की भूल चूक कर देते हैं तो आप पर भगवान ब्रह्मा विष्णु महेश के कृपा दृष्टि नहीं रहती है।

4 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

4 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

4 मुखी रुद्राक्ष प्राकृतिक रूप से सभी रुद्राक्षों की तरह ही प्रकृति में पाया जाता है, जो नेपाल भूटान तथा दक्षिण भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पाए जाते हैं। 4 मुखी रुद्राक्ष भगवान ब्रह्मा के साथ-साथ माता सरस्वती का वास होता है। जिसके कारण इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति के ऊपर भगवान ब्रह्मा तथा माता सरस्वती की कृपा होती है तथा 4 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान भी प्राप्त होते हैं जो निम्नलिखित हैं।

4 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

  • 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से धन-धान्य का सदैव लाभ प्राप्त होता है।
  • 4 मुखी रुद्राक्ष से मां सरस्वती की कृपा होती है जिससे व्यक्ति के ज्ञान तथा विद्या में विकास होता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति की मानसिक विकास के कारण उसको अपने जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
  • यह रुद्राक्ष जो व्यक्ति धारण करता है उसको कला, संस्कृत, सृजन तथा कौशल सीखने में आसानी रहती है।

4 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप 4 मुखी रुद्राक्ष को विधि विधान तथा नियम द्वारा धारण नहीं करते हैं, तो मां सरस्वती तथा ब्रह्मा जी की कृपा आप पर नहीं होती है जिससे आपका मानसिक विकास नहीं होता है।
  • जो लोग टूटा फुटा तथा क्षतिग्रस्त 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं उनके जीवन में ज्ञान तथा शिक्षा पर इसका प्रभाव होता है।
  • यदि आप नकली रुद्राक्ष धारण कर लेते हैं तो आपको कला संस्कृत तथा सृजन क्षेत्र में सफलता प्राप्त नहीं होती है।
  • महिलाएं खासकर मासिक धर्म के समय में रुद्राक्ष को निकाल कर रख दें अन्यथा इसके सकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।

5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

5 मुखी रुद्राक्ष प्राकृतिक रूप से 5 रेखाओं द्वारा विभाजित होता है, जिसमें पांच मुख्य स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं इस रुद्राक्ष के अधिपत्य देव रूद्र कालाग्नि को माना जाता है तथा इसमें पंचदेव अर्थात पंच ब्रह्म निवास करते हैं। जिसके कारण इसको धारण करने वाले व्यक्ति पर विशेष कृपा होती है और वह व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त करता है। इसलिए जो व्यक्ति पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं उनको 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान प्राप्त होते हैं। यह रुद्राक्ष सर्वगुण संपन्न माना जाता है क्योंकि यह भगवान शिव का सबसे प्रिय रुद्राक्ष है। इसलिए यदि आप इसे विधिपूर्वक धारण करते हैं तो आपको निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं।

5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे

  • 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से विभिन्न प्रकार के भौतिक संकट और तथा दैहिक रोगों से लाभ प्राप्त होता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से शुगर ह्रदय रोग रक्तचाप एसिडिटी आदि विभिन्न रोग समाप्त हो जाते हैं।
  • यदि व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह की दशा खराब होती है तो 5 मुखी रुद्राक्ष इसे ठीक करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  • अनिद्रा तनाव नर हत्या के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के पापों को दूर करने में 5 मुखी रुद्राक्ष प्रयोग किया जाता है।

5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप टूटा फुटा तथा डैमेज रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपके ऊपर बृहस्पति ग्रह की विपरीत दशा का प्रभाव होता है।
  • नकली रुद्राक्ष धारण करने से आप को विभिन्न प्रकार के शारीरिक तथा मानसिक समस्याएं हो सकती हैं।
  • 5 मुखी रुद्राक्ष को यदि विधि विधान तथा नियम द्वारा नहीं धारण करते हैं तो आपको पंच ब्रह्म तथा भगवान शंकर की कृपा प्राप्त नहीं होती है।
  • 5 मुखी रुद्राक्ष का गलत प्रयोग करने से भगवान रूद्र कालाग्नि हमसे रूठ जाते हैं जिससे हमारे जीवन पर दुख तथा संकट का साया हो जाता है।

छह मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

छह मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

ज्योतिष शास्त्र तथा पौराणिक कथाओं के अनुसार 6 मुखी रुद्राक्ष का प्रतिनिधित्व भगवान कार्तिकेय करते हैं, जो भगवान शंकर के जेष्ठ पुत्र हैं। जिसके कारण इसे धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन में सुख संपत तथा समृद्धि बनी रहती है। किंतु यदि इसका दुरुपयोग किया जाता है अर्थात इसको धारण करने में विधि विधान तथा नियम का पालन नहीं किया जाता है या फिर टूटा फूटा तथा खराब रुद्राक्ष धारण किया जाता है, तो 6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों प्राप्त होते हैं।

6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

  • 6 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के आकर्षण को बढ़ाता है जिससे इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति की तरफ लोग आकर्षित होते हैं।
  • 6 मुखी रुद्राक्ष अध्यात्मिक ज्ञान तथा सोचने समझने की शक्ति को बढ़ाता है।
  • यह रुद्राक्ष शरीर के विभिन्न रोगों जैसे थायराइड, मधुमेह, रक्तचाप श्वसन संबंधी बीमारियों को दूर करता है।
  • 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति आकर्षित शरीर वाला होता है जिसके कारण उसके जीवन में प्रेम तथा सुंदरता की कमी नहीं होती है।

6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आपने टूटा टूटा या खराब रुद्राक्ष धारण किया है तो आपको भगवान कार्तिकेय की कृपा प्राप्त नहीं होती है जिससे आप विभिन्न संकटों में घिर जाते हैं।
  • रुद्राक्ष धारण करते समय असली रुद्राक्ष धारण करना चाहिए यदि आपने छह मुखी नकली रुद्राक्ष धारण कर लिया है तो इससे आपके जीवन में असफलता तथा अन्य समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
  • यदि आपने इस रुद्राक्ष को विधि-विधान तथा नियम पूर्वक में धारण किया है तो आपके जीवन में रिश्ते नाते तथा प्रेम संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
  • 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात यदि हम मांस मदिरा तथा शराब का सेवन करते हैं तो हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं।

यह भी देखें: जानिये लड़कियों को रुद्राक्ष पहनना चाहिए कि नहीं: पूरी जानकारी

सात मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

सात मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

यदि आप विधि-विधान पूर्वक तथा वेद ग्रंथों में बताए गए तरीके के अनुसार 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं, तो इससे आपके जीवन पर भगवान शंकर तथा माता लक्ष्मी की कृपा बनती है, जिससे आपके सभी कार्य बनते हैं और आप व्यापार तथा अन्य क्षेत्रों में विकास की राह पर चलते हैं। इसलिए यदि आप अपने जीवन में सफलता पाने के लिए रुद्राक्ष धारण करना चाहते हैं, तो आपको 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। इसलिए रुद्राक्ष के विधि को जानकर ही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे

  • यदि आपकी कुंडली में शनि दोष है तो आप 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करके कुंडली से शनि के दोष को समाप्त कर सकते हैं।
  • सात मुखी रुद्राक्ष को गीतकार उसका तिलक लगाने से चेहरे के तेज तथा सौंदर्य में वृद्धि होती है।
  • 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जीवन से  असंतुष्ट समाप्त हो जाती है तथा संतोष तथा तृप्ति का अनुभव होता है।
  • 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति पर 7 नाग अनंत, करकट, पुंड्रिक, तक्षक, विशोलबन, करोश और शंखचूड़ की कृपा होती है जिसके कारण व्यक्ति अत्यधिक शक्तिशाली होता है।

7 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप टूटा फूटा तथा क्षतिग्रस्त 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो इससे आपके जीवन पर इसमें विद्यमान 7 नागों का विपरीत प्रभाव पड़ता है।
  • हमेशा असली रुद्राक्ष धारण करना चाहिए यदि आप नकली 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको विभिन्न प्रकार के बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
  • दैवीय कृपा बनाए रखने के लिए हमेशा सात मुखी रुद्राक्ष को विधि-विधान तथा नियम पूर्वक धारण करना चाहिए।
  • यदि आप की कुंडली में शनि की कुदृष्टि है और आपने सात मुखी रुद्राक्ष नहीं धारण किया है यह गलत तरीके से धारण किया है तो आपको शनि की कुदृष्टि का नुकसान हो सकता है।
  • सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात यदि आप मांस मछली तथा शराब का सेवन करते हैं तो आपको विभिन्न बीमारियां हो सकती हैं।

8 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

8 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

पौराणिक कथाओं के अनुसार 8 मुखी रुद्राक्ष का अधिपति भी भगवान गणेश को माना जाता है, इसलिए आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भय और अकाल मृत्‍यु का डर समाप्‍त हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्‍यक्‍ति मृत्‍यु के पश्‍चात् भगवान शंकर के गणों में शामिल होता है। आठ मुखी रुद्राक्ष बुद्धि, ज्ञान, धन, यश और उच्च पद की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होता है। किंतु प्रत्येक रुद्राक्ष को मेरे द्वारा ही धारण करना चाहिए, क्योंकि रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। इसलिए यदि आप इसे प्रधान से बात नहीं करते हैं तो इसके नुकसान भी होते हैं।

8 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

  • 8 मुखी रुद्राक्ष बुद्धि तथा मानसिक समाज को बढ़ाने में मदद करता है जिससे स्मरण शक्ति मजबूत होती है।
  • यदि आपकी कुंडली में राहु के दिशा विपरीत है तो आप इसको मंगल बनाने के लिए 8 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
  • लॉटरी एक्सचेंज स्टॉप तथा व्यापार करने वाले लोग इसे धारण करते हैं 8 मुखी रुद्राक्ष ऐसे लोगों को लाभ प्रदान करता है।
  • विभिन्न प्रकार की मानसिक तथा शारीरिक समस्याओं को समाप्त करने तथा मानसिक शक्ति को प्रबल बनाने के लिए 8 मुखी रुद्राक्ष प्रयोग किया जाता है।

8 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप क्षतिग्रस्त रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपके ऊपर राहु की विपरीत दशा का प्रभाव पड़ता है।
  • यदि आप विधि-विधान तथा नियम से 8 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको व्यापार तथा अन्य क्षेत्रों में नुकसान होता है।
  •  यदि आप 8 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात मांस मदिरा तथा शराब का सेवन करते हैं तो आपको विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • यदि आप असली रुद्राक्ष धारण करते हैं तभी आपको फायदा प्राप्त होता है, इसलिए यदि आप नकली रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको इसके विपरीत प्रभाव का सामना करना पड़ता है।

नौ मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

नौ मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

9 मुखी रुद्राक्ष को देवी दुर्गा का आधिपत्य तथा प्रतीक माना जाता है इसलिए जो लोग नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं। उनके जीवन में माता दुर्गा की कृपा होती है, जिससे उनके सभी बिगड़े हुए कार्य बनते हैं। इसलिए 9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को माता दुर्गा की कृपा से सुख संपत्ति तथा संपदा का लाभ होता है, किंतु इसे विधिपूर्वक के धारण करना चाहिए तथा असली रुद्राक्ष धारण करने के कारण ही है। आपको लाभ प्राप्त होते हैं यदि आप नियम विधि पूर्वक रुद्राक्ष धारण नहीं करते हैं या असली रुद्राक्ष नहीं धारण करते हैं, तो आपको कुछ नुकसान भी होते हैं। इसलिए रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों प्राप्त होते हैं इस पर आप को ध्यान देना चाहिए।

9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे

  • 9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति पर किसी भी तंत्र मंत्र का प्रभाव नहीं होता है।
  • यदि आप इस रुद्राक्ष को धारण करते हैं तो मां दुर्गा की कृपा से आपको सुख संपत्ति संपदा तथा सद्भाव प्राप्त होता है।
  • कुंडली में राहु के प्रभाव को दूर करता है।
  • मां दुर्गा केआशीर्वाद से बहादुरी साहस नाम तथा प्रसिद्धि प्राप्त होती है।

9 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • 9 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से पहले इसके धारण करने की विधि के बारे में सारी जानकारी होनी चाहिए तभी आप इसको धारण करें।
  • रुद्राक्ष को पहनने के बाद आपको इतनी मौका पालन करना होगा यदि आप इसके नियम का पालन नहीं करेंगे, तो आपको नुकसान की संभावना बड़ जाती हैं।
  • यदि आप गलत रुद्राक्ष को धारण कर लेते है तो आपको अनेक प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड़ सकता हैं।
  • गलत रुद्राक्ष को धारण करने से मन अस्थिर हो जाता हैं।
  • नियम का पालन न करने से व्यक्ति का पथ भ्रष्ट हो जाता हैं।

10 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

10 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

10 मुखी रुद्राक्ष का प्रतिनिधित्व भगवान विष्णु को माना जाता है जो प्रत्येक व्यक्ति को जीवन जीने की शैली तथा पालनकर्ता के रूप में माने जाते हैं तथा व्यक्ति को अपने गृहस्थ जीवन के बारे में उत्तरदायित्व बताते हैं। इसलिए भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए 10 मुखी रुद्राक्ष धारण किया जाता है। 10 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को संसार में प्रसिद्धि और सम्मान प्राप्त होता है। साथ ही इसे धारण करने से शांति और सौंदर्य भी मिलता है।

10 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लाभ

  • 10 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति अपने परिवार तथा अपने समाज के प्रति जिम्मेदार बनता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से अदालती समस्याओं में विजय प्राप्त होती है।
  • 10 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक स्थिरता आती है तथा मानसिक तनाव दूर होता है।
  • यदि आपकी कुंडली में पित्र दोष है तो आपको 10 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

10 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नुकसान

  • कभी भी टूटा टूटा तो था क्षतिग्रस्त रुद्राक्ष में धारण करना चाहिए। यदि आप ऐसा रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपके मानसिक तथा शारीरिक रूप से इसका प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता है।
  • नकली रुद्राक्ष धारण करने से आपके जीवन में पितृदोष की समस्या हो सकती है जिससे आपको विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • जिस प्रकार प्रत्येक रुद्राक्ष को विधान से धारण किया जाता है तो आपको लाभ प्राप्त होता है, किंतु जब आप इसे विधि विधान पूर्वक में धारण करते हैं तो आपके जीवन पर इसके विपरीत प्रभाव दिखाई देते हैं।
  • यदि आप 10 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात मांस मछली तथा शराब का सेवन करते हैं तो आपको विभिन्न प्रकार की शारीरिक तथा मानसिक समस्याएं हो सकती हैं।

11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

11 मुखी रुद्राक्ष भगवान हनुमान का प्रतिनिधित्व करता है ऐसा माना जाता है कि भगवान हनुमान भगवान शिव के 11 वें रूद्र थे इसलिए इस रुद्राक्ष को धारण करने से भगवान शिव तथा भगवान हनुमान की कृपा उस व्यक्ति पर बनती है, जिससे व्यक्ति बल बुद्धि तथा शक्ति का धारक होता है, जिससे उसे हर क्षेत्र में विजय प्राप्त होती है। किंतु यदि इसे विधि विधान से धारण किया जाए तो इसके लाभ प्राप्त होते हैं। इसलिए 11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों मिलते हैं। 

11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

  • 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के अंदर भगवान हनुमान की कृपा से कौशल का तथा उत्कृष्ट वक्ता के गुण विद्यमान होते हैं।
  • 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति देश दुनिया की यात्रा करने में सफल होता है।
  • 11 मुखी रुद्राक्ष बोलचाल की भाषा व्यवहार आदि को सुधार कर व्यक्ति को सामाजिक रूप से व्यावहारिक बनाता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से श्रवण शक्ति बढ़ती है तथा बुद्धि का विकास होता है।

11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप नकली 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपके बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है और आप अनैतिक कार्य करने लगते हैं।
  • यदि आप इस रुद्राक्ष को विधि-विधान द्वारा धारण करते हैं तो आपको लाभ प्राप्त होता है, किंतु यदि आप इसके नियम को नहीं अपनाते हैं तो आपके जीवन पर इसके विपरीत प्रभाव पड़ते हैं।
  • यदि आप इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात मांस मदिरा तथा शराब का सेवन करते हैं तो आपको मस्तिष्क तथा शारीरिक व मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। 
  • यदि आपकी कुंडली में किसी प्रकार का दोष है तो 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भगवान हनुमान आपके सभी दोष को दूर करते हैं।

12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के ऊपर भगवान सूर्य की कृपा होती है, जिससे कि उसके जीवन से सभी दुख संकट तथा समस्याएं दूर हो जाते हैं। इसलिए जो व्यक्ति इस रुद्राक्ष को धारण करते हैं, उनके जीवन में सुख संपदा तथा विभिन्न समस्याओं से लाभ प्राप्त होता है। व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त करता है किंतु प्रत्येक रुद्राक्ष को धारण करने का एक विधि होती है, जिससे कि उसकी ऊर्जा में विकास होता है तथा उसमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। यदि आप विपरीत तरीके से रुद्राक्ष धारण करते हैं जिसके आपको नुकसान भी हो सकते हैं।

12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से संदेश क्रोध तथा मानसिक तनाव दूर हो जाता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात व्यक्ति हमेशा ऊर्जावान तथा नवयुवक बना रहता है।
  • बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को प्रत्येक क्षेत्र में यश सम्मान तथा सफलता प्राप्त होती है।
  • दिल तथा नेत्र रोग की कमजोरी तथा शासन संबंधी विभिन्न बीमारियों को दूर रखता है। 
  • इसको धारण करने से व्यक्ति के अंदर नेतृत्व करने की भावना का विकास होता है जिससे वह अपने जीवन में सफलता हासिल करता है। 

12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप क्षतिग्रस्त 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आप शरीर की ऊर्जा का विनाश होता है जिससे आपके जीवन पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है।
  • यदि कोई भी व्यक्ति नकली 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है तो उसके अंदर से नेतृत्व करने में कमी तथा मानसिक पतन होने लगता है।
  • यदि आप इस रुद्राक्ष को नियम विधि के विपरीत धारण करते हैं तो आपको विभिन्न बीमारियां हो सकती हैं।
  • यदि आप 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात मांस मदिरा का सेवन करते हैं तो आपके अंदर विभिन्न प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं तथा आपकी मानसिक स्थिति खराब हो सकती है।

13 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

13 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

13 मुखी रुद्राक्ष को कामदेव का प्रतिनिधित्व माना जाता है, इसलिए इस रुद्राक्ष को धारण करने वाला व्यक्ति रूपवान तथा कामवासना युक्त होता है। जिन व्यक्तियों को सौंदर्य तथा कामवासना की कमी होती है, जिसके कारण प्रत्येक व्यक्ति के जीवन से में होने वाली यौन समस्याओं से राहत मिलती है, किंतु यह सभी लाभ आपको तभी प्राप्त होते हैं। जब आप इसे विधि विधान तथा नियम से धारण करते हैं, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। इसलिए इन्हें बड़े सावधानीपूर्वक धारण करना चाहिए।

13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लाभ

  • 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति की मानसिकता परिवर्तित हो जाती है और वह खुले विचार तथा सोचने समझने की शक्ति रखने वाला होता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति व्यापार तथा लॉटरी जुवा व अन्य क्षेत्रों में लाभ प्राप्त करता है।
  • जिनके जीवन में दरिद्रता तथा असफलता होती है उनको 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  • इसको धारण करने वाला व्यक्ति खुशी आश्वासन तथा सफलता की ओर बढ़ता है।
  • इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के तंत्र मंत्र तथा जादू टोने में भी किया जाता है।

13 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप नकली 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो यह आपके मानसिकता को खराब करता है तथा आपके सोचने तथा समझने की शक्ति कमजोर कर देता है।
  • यदि आप टूटा फूटा तथा छतिग्रस्त है रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको व्यापार तथा अन्य क्षेत्रों में नुकसान होता है।
  • यदि आप किसी ने रुद्राक्ष को विधि-विधान से धारण नहीं करते हैं तो आपके जीवन में दरिद्रता तथा सफलता लगती है।
  •  यदि आप मांस मछली तथा शराब का सेवन 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात करते हैं, तो इस रुद्राक्ष की शक्तियां समाप्त हो जाती हैं जिससे आप पर जादू टोना तथा मंत्र तंत्र का प्रभाव होता है।

14 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

14 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान हनुमान को शंकर का 11वां रुद्र माना जाता है। पौराणिक कथाओं में वर्णन मिलता है कि जब पृथ्वी पर शिव भक्तों पर बहुत अधिक अत्याचार होने लगे तब भगवान शिव ने हनुमान की उत्पत्ति की थी जिससे कि शिव भक्तों पर होने वाले अन्य को रोका जा सके तथा भगवान हनुमान सभी शिव भक्तों को सुख संपत्ति तथा संपदा प्रदान करते हैं तथा उनके जीवन में आने वाले सभी कष्टों को हरण कर लेते हैं इसलिए 14 मुखी रुद्राक्ष बहुत ही उपयोगी माना जाता है तथा यह रुद्राक्ष वर्तमान समय में दुर्लभ रुद्राक्ष में भी पाया जाता है, क्योंकि यह बड़ी मुश्किल से प्राप्त होता है, यह रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। जो निम्नलिखित हैं

14 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

  • 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति भगवान हनुमान की कृपा से भय तथा दर्दनाक परिस्थितियों से दूर रहता है।
  • इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति के अंदर बुद्धि विवेक तथा बल का विस्तार होता है।
  • हमारे शरीर से विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।
  • यह हमारे जीवन से तू चिंता तथा भय को समाप्त करता है।
  • इसको धारण करने से हड्डियों तथा मांसपेशियों की समस्या में राहत मिलती है। 

14 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

  • यदि आप 14 मुखी रुद्राक्ष को विधिपूर्वक नहीं धारण करते हैं, तो भगवान हनुमान के रुष्ट होने का भय रहता है जिससे आपको विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • असली 14 मुखी रुद्राक्ष यदि आपने नहीं धारण किया है और आपने उसके स्थान पर नकली 14 मुखी रुद्राक्ष धारण किया है, तो आप का बुद्धि विवेक तथा बल समाप्त हो जाता है।
  •  इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात यदि आप मांस मदिरा तथा मछली आदि का सेवन करते हैं तो आप को विभिन्न प्रकार के शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • जिस प्रकार इसके प्रयोग से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं उसी प्रकार के आदेश का दुरुपयोग किया जाता है, तो भगवान हनुमान की सभी कृपा धारण करने वाले व्यक्ति के ऊपर से समाप्त हो जाती है।

निष्कर्ष

रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में सभी जानते हैं किंतु रुद्राक्ष को पहनने की विधि तथा तरीके द्वारा ही रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए। यदि आप इसे सामान्य रूप से धारण कर लेते हैं, तो इससे आपको कोई भी फायदे प्राप्त नहीं होते हैं इसलिए जो भी व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है। वह सबसे पहले रुद्राक्ष धारण करने की विधि के बारे में जानने की कोशिश करता है, जिससे कि रुद्राक्ष को सक्रिय किया जा सके जिससे कि उससे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त हो सके और वह रुद्राक्ष जीवन में वह उस व्यक्ति को सफल बना सके ठीक उसी प्रकार रुद्राक्ष से जुड़े विभिन्न प्रकार के पौधे प्राप्त करने के लिए लोग विभिन्न तरीके अपनाते हैं तथा अपने जीवन को सुख समृद्ध बनाने के लिए भगवान शंकर की आराधना के साथ-साथ रुद्राक्ष धारण करते हैं। रुद्राक्ष धारण करने से लाभ प्राप्त होते हैं, किंतु यदि इसे अनैतिक तरीके तथा नियम और विधि-विधान का प्रयोग करते हुए धारण नहीं किया जाता है, तो इसके कुछ नुकसान भी होते हैं। उपरोक्त लेख में रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान की जानकारी दी गई है जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी हो सकती हैं।

लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न

रुद्राक्ष पहनने से क्या नुकसान होता है?

यदि आपने रुद्राक्ष धारण करते समय विधि-विधान तथा नियम का पालन नहीं किया है या फिर आपने नकली रुद्राक्ष धारण कर लिया है, तो आप खुद अपने जीवन में नकारात्मक प्रभाव दिखाई देंगे क्योंकि नकली रुद्राक्ष में नकारात्मक ऊर्जा होती है, जो आपके जीवन पर प्रभाव डालती है जिससे आपको विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं।

क्या रुद्राक्ष हानिकारक हो सकता है?

सामान्य रूप से रुद्राक्ष हानिकारक नहीं होता है क्योंकि यदि यह आपको लाभ नहीं प्रदान करता है तो हानि भी नहीं पहुंचाता है। किंतु यदि आप जानबूझकर इसको धारण करने के पश्चात कुछ ऐसे कार्य करते हैं जो रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात नहीं करने चाहिए तो निश्चित रूप से ही यह आपके जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है।

रुद्राक्ष कौन नहीं पहन सकता है?

कोई भी व्यक्ति जो दारु शराब तथा मदिरा का सेवन करता हो झूठ बोलता हो तथा अनैतिक कार्य करता हो वह व्यक्ति रुद्राक्ष नहीं पहन सकता है।

गले में रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है?

यदि आप भगवान शंकर की आराधना करते हुए विधि विधान पूर्वक असली गले में रुद्राक्ष पहनते हैं तो आपको अपने जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याओं से राहत मिलती है, तथा आपके जीवन में होने वाली सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। इसके लिए आपको रुद्राक्ष धारण करने की विधि का ज्ञान होना अति आवश्यक है तथा रुद्राक्ष की पहचान होना भी बहुत ही आवश्यक होता है रुद्राक्ष धारण करने से आपको शारीरिक सामाजिक तथा प्राकृतिक लाभ प्राप्त होते हैं।

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